हर बार की तरह इस बार भी योग गुरू रामदेव बाबा जो शुरू से ही देश की जनसंख्या के प्रति अपनी भवनाएँ वयक्त करते आए है, उनके द्वारा एक व्यंग्यात्मक बयान दिया गया जिसमें वह सरकार को नागरिकों का अधिकार छीनने की सलाह देते हुए पाए गये ! अलिगढ़ में बुधवार को पतंजली वस्त्रों का उद्घाटन करते समय रामदेव बाबा ने कहा “जो लोग 2 से अधिक ब॒च्चों को जन्म देते है उनसे उनके वोट करने का अधिकार छीन लिया जाना चाहिये, तथा उन्हे किसी प्रकार की सामाजिक या सार्वजनिक सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई जानी चाहिये !
जो भी एसा करते हुए पाया जाए उन्हे सरकारी नौकरी, सरकारी स्कूलों में प्रवेश तथा सरकारी चिकित्सा संबंधी किसी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं करवायी जानी चाहिये ! यह बयान बहुत ही कटु तथा व्यंग्यात्मक कहलाया जा रहा है क्योंकी इस से वह जनता के अधिकारों पर निशाना कस रहे हैं जो पूरी तरह से अनुचित है ! इस से पहले भी बाबा रामदेव अटपटे बयान देते हुए पाए गये हैं, बीते हुए वर्ष के नवंबर माह में बाबा रामदेव ने कहा था की “मेरे जैसै कुँवारे नागरिक जिन्होने शादी न करने का फैसला लिया है उन्हें खास पुरस्कारों से सम्मानित किया जाना चाहिये जो पूर्णत: तर्कहीन कहलाएगा ! अगर वे योग गुरू होते हुए इस प्रकार जनता के अधिकारों पर निशाना कस रहें है तो राजनेताओं से जनता के हित की बात की उम्मीद लगाना बिल्कुल अनुचित साबित होगा !