पूर्व से चली आ रही भारत के समुदायों की सोच को परिवर्तित होता देखा जा सकता, यह केवल एक उम्मीद थी जो उम्मीद अब सफल होती नज़र आ रही है ! जिस भारत में महिलाओं को सम्मान तथा किसी कार्य को करने का अधिकार नहीं दिया जाता था वही भारत महिलाओं को प्रोत्साहित कर रहा है कि वे अपने गुणों के आधार पर आगे बढयें और अपने पैरों पर खड़े होकर अपने जीवन का विकास करें ! वर्षों पूर्व महिलाओं को देश के नागरिकों में नही गिना जाता था जिसके कारण उन्हें वोट देने का अधिकार भी नहीं था ! यह अधिकार न मिलने के दो कारण माने जा सकते हैं 1. कारण लोगों की पिछड़ी हुई सोंच, 2. अधिकतर महिलाओं का अशिक्षित होना हो सकता है !
इन कारणों को न देखते हुए कई राज्यों ने महिलाओं को वोट देने का अधिकार प्राप्त करवाया ! इन राज्यों में मेघालय, तमिलनाडु, केरल, तथा अब महाराष्ट्र को भी सम्मलित कर लिया गया है ! महाराष्ट्र, जहाँ वोट दने वाली महिलाओं का अनुपात अत्यंत कम था उसी अनुपात में बढ़ोतरी हुई है ! सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र राज्य में 13 महिला वोटर्स की बढ़ोतरी हुई है ! यह नरेंद्र मोदी के द्वारा महिलाओं के लिए निर्णय की एक सफल पहल होगी जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का भी पूरा योगदान दिया जा रहा है ! उनके अनुसार इस निर्णय का सकारात्मक प्रभाव 2019 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा !